मैंने क्या अपराध किए हे प्रभू
मैंने क्या अपराध किए हे प्रभू जो मुझको ये परित्याग मिला क्यों मुझे शरण में लिया नहीं क्यों मुझको यह वैराग मिला मैंने प्रीत की रीत निभाई सदा तन मन सब तुमको सौंप दियामैंने कौन से ऐसे कर्म किए मेरे मर्म को ये हतभाग मिलामैंने क्या अपराध किए हैं प्रभू कर्तव्य परायण बनकरके ,सारे आदेशों […]
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