राम नाम की महिमा न्यारी ।
सुनें सुनाएं सब नर – नारी।।
राम नाम का जप करने से ,
मन का सारा कल्मष धुलता ।
राम का रोज भजन करने से,
ब्रह्म-ज्ञान का द्वार है खुलता ।
चेतन चिन्तन हो हितकारी ।।
राम नाम की—————-।।
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राम नाम का भाव घुले तो ,
जल भी अमृत – सा हो जाए।
गीत -स्वर में मिले राम-धुन,
अनहद में सुध-बुध खो जाए ।
राम-रसायन की बलिहारी।।
राम नाम की————–।।
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राम-राम कह कदम बढ़े तो,
मंजिल भी तीर्थ बन जाती ।
“राम” नाम की नौका ही तो ,
भव – सागर से पार लगाती।
तैरे जल में पत्थर भारी ।।
राम नाम की ————–।।
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“राम-राम” ही रटते – रटते ,
चोर “बाल्मिकी” बन जाते हैं।
राम-राम की सुर- लहरी से,
शब्द कीर्तन बन जाते हैं।
अलख-निरंजन छवि निहारी।
राम – नाम की महिमा न्यारी।
सुनें सुनाए जगती सारी ।।
राम कुमार ,
505 ,Retech CGHS
Plot No.16, Phase3
Sector -21/C ,Fdbd