Shri Rammandir Kavya

राम नाम की महिमा

राम की महिमा है न्यारी,राम नाम से कट जाती है।भव विपदा सारी,राम की महिमा है न्यारी। दो अक्षर का नाम राम का,उल्टा सीधा जप लो ।संशय विहग स्वयं उड़ जाता ,मन में निश्चय कर लो ।दयासिंधु हैं कृपासिंधु हैं,दीनन हितकारीराम की महिमा है न्यारी। जैसे सूर्य उदित होकर के,सारा तम हर लेता।सबका पथ आलोकित करता,नई […]

राम नाम की महिमा Read More »

जब भी धरती पर पाप और पाखंड अधिक हो जाता है

जब भी धरती पर पाप और पाखंड अधिक हो जाता हैइंशानों में ब्यभिचार रूप धारण करके छुप जाता हैमानवता खोने लगती जब दुष्कर्मों के साये मेंजब नीति और निर्धारण का हर दीप स्वतः बुझ जाता है तब धरती पाप मुक्त करने श्रीराम अवध में आते हैं।।मानवता की रक्षा करने सुखधाम अवध में आते हैं।। जब

जब भी धरती पर पाप और पाखंड अधिक हो जाता है Read More »

श्री राम

राम सियाराम सियाराम जय जय रामराम बसे है मेरे मन में, तन में, जीवन में,राम बिना है सभी अधूरा, देखो इस जीवन में।राम सियाराम सियाराम जय जय राम, आंजनेय बिन राम अधूरे और राम बिन हनुमान है, जीवन सारा उनको सौंपा पुरुषोत्तम महान है।राम सियाराम सियाराम जय जय राम, पिता वचन का पालन करते, वन

श्री राम Read More »

घनघोर तिमिर का हो वासी

घनघोर तिमिर का हो वासी, पुनि राम स्वधाम पधार रहे।पुनि उत्सव का अवसर आया, पुनि राम ललाम पधार रहे।। पुनि दीप जलाओ हर घर में, मिलकर दरबार सजाओ सब।पुनि घोष करो श्री राम की जय, पुनि आरति मँगल गाओ सब।।वनवास कटा सँताप मिटा, पुनि राम अकाम पधार रहे। घनघोर तिमिर का हो वासी, पुनि राम

घनघोर तिमिर का हो वासी Read More »

मेरे राम

तुम ही मेरे कृष्ण कन्हैया,तुम ही मेरे राम ।तुम ही बसे हो रोम रोम में,सदा जपूं तेरा नाम।मेरे राम, मेरे राम । माया ने मुझको भरमाया।विषय वासना ने उलझाया।बचा सको तो तुम ही बचा लो,सकल संवारो काम।मेरे राम, मेरे राम। भवसागर में जीवन नैया।तुम ही बन आओ खिवैया।नैया पार लगा दो गुरुवर,मेरे जीवन धाम।मेरे राम,

मेरे राम Read More »

जंगल जंगल भटक रहे हैं रघुकुल के दो राजकुंवर

जंगल जंगल भटक रहे हैं रघुकुल के दो राजकुंवर।पूछ रहे हैं वन जीवों से जनक दुलारी गई किधर। पैर खड़ाऊ से वंचित और मुकुट नहीं है मस्तक पर ।वल्कल वस्त्रों में दमके ज्यों स्वर्ण लगा हो पुस्तक पर।राम लखन दोनों के दोनों हमको तो रणधीर लगें।एक हाथ में बाण लिए है एक हाथ है लस्तक

जंगल जंगल भटक रहे हैं रघुकुल के दो राजकुंवर Read More »

बुला रही है आज अयोध्या

बुला रही है आज अयोध्या सबको अपने धाम को,दिव्य बन रहा मन्दिर आकरदेखो प्रभु श्री राम को, बहुत दिनों तक अपने रामजीघर का सपना देख रहे थे,पर अपने लोगो मे ही कुछ रोटी उस पर सेंक रहे थे,कोई कहता राम नही थे,ना माने अयोध्या धाम को, दिव्य बन रहा मन्दिर आकरदेखो प्रभु श्री राम को,।।

बुला रही है आज अयोध्या Read More »

राम रस

राम भरत लखन शत्रुध्न।दशरथ के हैं जाए लाल ||औधड़- तड़का मारन राम |अहिल्या – शिला तारण राम।। सीता विवाह करन को गए।शिव-धनु तोड़, परषु-क्रोधित भए ।।चारों भ्रात लेआए रानियाँ।शुभ लगन की पावन घड़ियाँ || सीत लखन संग चले सो वन को ।चौदह बरस कहे दो पल को ।।केवट परम भगत जग देखा।प्रभु की नाव भगत

राम रस Read More »

राम वो है जो वचनों के आज्ञाकारी हैं

राम वो है जो वचनों के आज्ञाकारी हैं।राम वो है जो जगत के त्रिपुरारी हैं।।राम वो है जो खुद रवि सा ताप हैं ।राम वो है जो गीत का अलाप हैं।।राम वो है जो शबरी के झूठे बेर खाते हैं।राम वो है जो विभीषण को गले लगाते हैं।।राम वो है जो सभी का मान बढाते

राम वो है जो वचनों के आज्ञाकारी हैं Read More »

जन जन के मन में बसे परम प्रभु श्री राम

जन जन के मन में बसे परम प्रभु श्री रामसबके मन को जानते,करते पूर्ण काम राम नाम संजीवनी ,देती यह पैगाम नेक कर्म कर बावरे, भली करेंगे राम राम सभी के हृदय में, कर लो तुम पहचानजब जब संकट में घिरे , आकर लेते थाम राम नाम अनमोल है,जपो सुबह और शामहल्दी लगे न फिटकरी,पाओगे

जन जन के मन में बसे परम प्रभु श्री राम Read More »