जब भी धरती पर पाप और पाखंड अधिक हो जाता है
जब भी धरती पर पाप और पाखंड अधिक हो जाता हैइंशानों में ब्यभिचार रूप धारण करके छुप जाता हैमानवता खोने लगती जब दुष्कर्मों के साये मेंजब नीति और निर्धारण का हर दीप स्वतः बुझ जाता है तब धरती पाप मुक्त करने श्रीराम अवध में आते हैं।।मानवता की रक्षा करने सुखधाम अवध में आते हैं।। जब […]
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