2024-02

कथा है यह श्री राम की

श्री राम कथा है यह श्री राम की,मर्यादा पुरुषोत्तम धाम की ।दशरथ के राज दुलारे ,‌ कौशल्या के राम की।धनुष तोड़ा शिव का,सिया को संगिनी बनाया ।त्याग दिया राजपाट को,पिता का वचन निभाया।धनुषधारी श्री राम ने ,माता का सम्मान बढ़ाया ।राक्षसों का कर संहार,ऋषियों का मान बढ़ाया ।भीलनी के चखकर बेर,उसका सम्मान बढ़ाया।भातृप्रेम का दिया […]

कथा है यह श्री राम की Read More »

हमें भी राम बनना है

हमें भी राम बनना है पढ़कर राम को लगता है हमकोहमें भी राम बनना है,कि युग युग तक रहे भारतहमें वो काम करना है। सीखेंगे राम को हम कि राम सा चरित्र हो पाए,गुरु चरणों में ही जीवन समर्पित आज हो पाए।चुनेंगे राह वह जो सत्य और धर्म की राह हो,कठिन कितनी हो राहें, नहीं

हमें भी राम बनना है Read More »

राम भवन निर्माण

1राम भवन निर्माण पर, कितने हुए बवाल।सारे उत्तर मिल गये ,पूछे कौन सवाल।।2दुनिया चकित देख रही,कायम हुई मिसाल।राम आपके आने से,भारत हुआ निहाल ।।3शबरी जैसी बन करूॅं,शबरी जैसे काम रटे जिह्वा बस रात दिन ,राम राम जय राम।।4मर्यादा का नाम है, केवल इक श्रीरामजो मर्यादा पथ चलें ,बनते बिगड़े काम ।।5नाव बैठे केवट की ,उतरे

राम भवन निर्माण Read More »

चरणों को छूने का मन हो,

चरणों को छूने का मन हो, तो कैसे हम छुए पाएं।हे राम बता दो वह रस्ते,जो तुम तक पहुंचाएं। तुम प्रेम स्रोत हो मेरे प्रभु नाम तिहारा मैं भजती ।शबरी, मीरा, सीता जैसीभक्ति नंही मुझको आती।अनुपम पावन पावनतम होहर रूप तुम्हारा अद्भुत है पर दर्शन क्यों दुर्लभ हैं।किस भांति करूं तेरी पूजासोच ये अखिंयाँ भर

चरणों को छूने का मन हो, Read More »

कृपालु राम

कृपालु राम…………… मेंरे दिल में सदा राम सरकार होमुख में दशग्रीवहंता की जयकार हो। राम रघुवर कृपालु को शत शत नमनप्रार्थना मेरी रघुवर को स्वीकार हो। बन के सेवक रहूँ सीतापति का सदानाथ का मुझ अकींचन पे उपकार हो। जोड़कर कर को करता हूँ विनती प्रभोशांति सुख से भरा सारा संसार हो। आप जैसा दयालु

कृपालु राम Read More »

स्वरचित, गीत/भजन

स्वरचित, गीत/भजन काम क्रोध लोभ मोह, व्याधियां तमाम हैं।इनसे डर का काम क्या है, साथ में जो राम है।। राजपाठ छोड़ दिया, था पिता के वास्ते,सुख की सेज त्याग चुने, कण्टकीर्ण रास्ते,धैर्य धर्म वीरता का दूसरा ये नाम है।इनसे डर का काम क्या है,,,,,, रिश्तों का स्वरूप क्या हो, ये सिखाया राम ने,न्याय धर्म सत्य

स्वरचित, गीत/भजन Read More »

गीत

गीत** ऐसे हैं श्री राम ..। ऐसे हैं श्री राम ..। मेरे ऐसे हैं श्री राम…। ऊँच नीच का भेद मिटाकर ,सबको गले लगाते हैं।पितु के आज्ञाकारी पुत्तर ,पितु का वचन निभाते हैं।छोड़ छाड़ कर राज-पाट सब,वन में जा बस जाते हैं।ऐसे हैं श्री राम ..।मेरे ऐसे हैं श्री राम…! विश्वामित्र के ख़ातिर रघुवर,राक्षस से

गीत Read More »

मुक्तक

मुक्तक जलो, जल सको दीप बनकर वहाँ।अंधेरा हो फैला धरा पर जहाँ।बनो बेसहारों की बैसाखियाँ –जियो ,हो सके राम बनकर यहाँ।   छोड़ फूलों के गलीचे शूल पर चलना पड़ा।दर्द में भी मुस्कुराकर दर्द को छलना पड़ा।था नहीं आसान कहलाना स्वयं को राम यूँ –कष्ट के साँचों में था प्रभु राम को ढलना पड़ा दुल्हन

मुक्तक Read More »

प्रभु श्री राम विषयक रचना(गीत)

प्रभु श्री राम विषयक रचना(गीत) स्वागत, वंदन, अभिनंदन————————————हैं निज धाम पधार रहे कौशल्या सुत रघुकुल नंदन ।आओ सब मिल करें राम का स्वागत, वंदन-अभिनंदन ।। पलक पाँवड़े बिछा-बिछा कितने ही वर्षों पथ देखा ।शीघ्र संवरने वाली है हम सबकी किस्मत की रेखा ।।अपने प्रभु को करें समर्पित अक्षत, रोली और चंदन ।आओ सब मिल करें

प्रभु श्री राम विषयक रचना(गीत) Read More »

जय श्रीराम

जय श्रीराम****राम से बड़ा राम का नाम ।जैसा चाहो वैसा जप लो, भली करेंगे राम ।।०दो अक्षर में शक्ति भरी है , देखो तो अजमाकर ,चाहे लिखकर पढ़कर देखो , चाहे देखो गाकर ,मन बन जायेगा पल भर में, उनका पावन धाम ।राम से बड़ा राम का नाम ।।1०जिसने थामी डोर नाम की, पार गया

जय श्रीराम Read More »