मेरे राम
तुम ही मेरे कृष्ण कन्हैया,तुम ही मेरे राम ।तुम ही बसे हो रोम रोम में,सदा जपूं तेरा नाम।मेरे राम, मेरे राम । माया ने मुझको भरमाया।विषय वासना ने उलझाया।बचा सको तो तुम ही बचा लो,सकल संवारो काम।मेरे राम, मेरे राम। भवसागर में जीवन नैया।तुम ही बन आओ खिवैया।नैया पार लगा दो गुरुवर,मेरे जीवन धाम।मेरे राम, […]