करुणा का जहां भी नाम आया, प्रभु राम का वहां नाम आय
( करुणा राम की) करुणा का जहां भी नाम आया,प्रभु राम का वहां नाम आया।ऐसे करुणाधारी पर आज,मेरा मन खोज उपहार लाया। पीड़ा निर्वासन की सह सहकर,तन मन कभी न हुए विचलित,कर्म से कभी न हुए विरत ,याद रहे सदा अपने वचन। चमकता सूर्य का तेज अंग अंग,करुणा प्रेम वीरता का संगम,शुद्ध विचारों से है […]
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