चौपई/जयकरी छंद मेरे राम
चौपई/जयकरी छंदमेरे राम मनभावन सुखदायक नाम,श्री सुरनायक मेरे राम।दिव्य अयोध्या जिनका धाम,नाम जपें बन जाए काम।। हर युग में ले कर अवतार, दुष्टों का करते संहार।जनक नन्दिनी इनके वाम,दीन-दुखी को लेते थाम।। मंगल मूरत संयत काज,भक्त-हृदय पर करते राज।मर्यादा पुरुषोत्तम राम ,उन से बढ़ कर उनका नाम।।छवि देखें अरु करते जाप,कष्ट मिटे कट जाएँ पाप।कलयुग […]
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