जो तुम आ जाते एक बार
राम जो तुम आ जाते एक बार ,तो बेड़ा हो जाता सबका पार। हम नव दीप जलाते,उपवन में फूल खिल जाते। काम क्रोध मद मोह मिटाते ,लोभ को दूर भगाते। हम सबकी मिट जाती पीर ,हम ख़ुशी से हृदय देते चीर । राम जो तुम आ जाते एक बार । यहाँ सच्चाई रोती है बेचारी,यहाँ […]
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