2024-05

जो तुम आ जाते एक बार

राम जो तुम आ जाते एक बार ,तो बेड़ा हो जाता सबका पार। हम नव दीप जलाते,उपवन में फूल खिल जाते। काम क्रोध मद मोह मिटाते ,लोभ को दूर भगाते। हम सबकी मिट जाती पीर ,हम ख़ुशी से हृदय देते चीर । राम जो तुम आ जाते एक बार । यहाँ सच्चाई रोती है बेचारी,यहाँ […]

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मैं अंदर हूँ

मैं अंदर हूँ तेरे देख मुझे मैंहूँ तेरा राम,सच्चे दिल से जान मुझे मैंहूँ तेरा राम। छल कपट को त्याग कर तूनिर्मलता पा जाए,एक आवाज लगाना मुझे मैंहूँ तेरा राम। सच की राह पर तू चलने सेन घबराएगा,हाथ पकड़े पायेगा मुझे मैंहूँ तेरा राम। देख बुराई को जो अकेलासब से लड़ जाएगा,अच्छाई की उम्मीद मुझे

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