🚩”राम भक्त अधिक से अधिक भक्तों तक यह कविता पहुंचाएं”🚩
🚩🚩जय श्री राम🚩🚩
राम ही हैं आधार हमारे राम सभी के प्यारे हैं
भवसागर जो पार कराकर करते हमें किनारे हैं
शौर्य ऊर्जा के परिचायक राम ही असली नायक हैं
मर्यादा पुरुषोत्तम वो इस संस्कृति के अधिनायक हैं
राम के ऊपर कोई टीप्पणी करने वाला पापी है
जीने का अधिकार न उसको आजीवन अभिशापी है
नए सिरे से राम कहानी फिर दोहराई जाएगी
अवधपुरी की शाम सुहानी फिर से अब हो जाएगी
जब मंदिर बनकर के ऊंचे आसमान तक जाएगा
राम नाम का ध्वज फिर पूरी दुनिया मे लहराएगा
फिर कोई सीता को हरने रावण कभी न आएगा
आया भी तो राम के हाथों फिर वो मारा जाएगा
लिए आरती हाथ खड़े ये सूरज चाँद सितारे हैं
जैसे चौदह वर्ष बाद फिर राजा राम पधारे हैं
तेज गति से बहती कहती सरयू के जलधारे हैं
राम आपके चरणों में तो सबकुछ वारे न्यारे हैं
राम आपकी यश गाथाएं सदियों तक हम गायेंगे
प्राण जाए पर वचन न जाये वाली रीत निभाएंगे
🚩🚩जय श्री राम🚩🚩
सूरज मणि, बनारस
9838531835