सुर धरनी का पालन करने वाले पालनहार ।

सुर धरनी का पालन करने वाले पालनहार ।
हम पर कृपा करो सरकार ।
हम पर कृपा करो सरकार ।

सुरसरि हिमसुता घट-घट वासी ।
व्यापक हरि हे अजर अविनाशी ।
हम करम न जाने धरम न जाने ।
कृपानिधाना तुम्हरा मरम न जाने ।
देव मुनि गन्धर्व सबके पालनहार ।
हम पर कृपा करो सरकार ……..

हे दीनदयाला श्याम तन पीत दुशाला ।
नयन अभिराम कण्ठ माणिक माला ।
रोम-रोम हैं अखिल ब्रह्माण्ड समाया ।
प्रीत सुकीरत वेद-पुराण प्रतिछाया ।
हे लक्ष्मीपति तुम सुन लो आज पुकार ।
हम पर कृपा करो सरकार……..

हे असीम अनन्ता पगरज परम पुनीता ।
जीव जंतु शठ हरि रमे प्रणय विनीता ।
हे सुखदायक सृष्टिविधायक पावन ।
गली-गली में सहस्र विचरते हैं रावन ।
चरण धरो पुलके नैन छलके जलधार ।
हम पर कृपा करो सरकार……..

गुंजन अग्रवाल “अनहद”
फरीदाबाद