कहा था के मंदिर वहीं पर बनेगा, वहीं पर सियाराम दरबार होगा।
चहूंओर गुंजेगा भगवा का नारा, वहीं सपना भक्तों का साकार होगा।।
कहा था के————
सभी संत आएंगे फिर से अयोध्या, हवन भी करेंगे लगाएंगे चंदन।
धरा वायुमंडल हो जाएंगे पावन, चहूंओर उर्जा का संचार होगा।।
कहा था के————
शिला लेख मंत्रों से शक्ति बढ़ेगी, भजन भाव हृदय को निर्मल करेंगे।
जो सरयू के घाटों पे दीपक जलेंगे, तो मानव से मानव का उद्धार होगा।।
कहा था के————
बनाया है काशी सजाया है काशी, अजब रोशनी में नहाया है काशी।
चले आओ गंगा नहाकर तो देखो, जो देखा नहीं था वो संसार होगा।।
कहा था के————
अभी है बनाना सजाना है मथुरा, सभी हिन्दुओं का ख़जाना है मथुरा।
यही संघ शक्ति यही राष्ट्र भक्ति, यही सब हमारा पुरस्कार होगा।।
कहा था के————
हरेंद्र यादव