राम हमारे राम तुम्हारे
हर जीवन के राम सहारे
सुख के संगी दुख के संबल
हर कोई हर दिन ‘राम’ पुकारे
कितना पावन राम का नाम
जय श्री राम ! जय श्री राम !
राम की रचना राम के रंग रे
नीति के सैनिक राम के अंग रे
मन को सहारा राम ही देते
राम से ही है दिल को उमंग रे ।
आओ करें हम राम के काम
जय श्री राम ! जय श्री राम !
~ कृष्ण गोप ~