कितना सुंदर मिला सौभाग्य

कितना सुंदर मिला सौभाग्य,
मानो ये जीवन तर हो गया।
केवट को एक दिन जब,
रघुवर का दर्शन हो गया।
जीवन भर की तपस्या,
हो गई आज सफल उसकी।
मन हुआ पुलकित प्रसन्न,
जीवन धन्य हो गया।
केवट को एक दिन जब,
रघुवर का दर्शन हो गया।
वो नौका भी कितनी पवित्र हो गई,
जिस पर राम के कमल चरणों का स्पर्श हो गया।
ऐसा सुंदर, मनोरम दृश्य देख कर,
प्रकृति का हर कण भी धन्य हो गया।
केवट को एक दिन जब,
रघुवर का दर्शन हो गया।
लक्ष्मण और सीता संग पधारे तट पर राम,
नदियों का जल भी कितना निर्मल हो गया।
रघुवर के कमल चरणों के चरणामृत से,
केवट को मोक्ष का मीठा फल मिल गया।
कितना सुंदर मिला सौभाग्य,
केवट को एक दिन जब,
रघुवर का दर्शन हो गया।