सनातनी गजल- राम सा किरदार हो
राम भजनों में हृदय रसधार होना चाहिए
जो सुने रघु नाम वह भव पार होना चाहिए//
राम के आदर्श जीवन के अनुगामी बनें
कर श्रवण उर हो मगन उद्धार होना चाहिए//
राम सीता का कथानक प्रेम गाथा कह गया
दूरियाँ कितनी भले हो प्यार होना चाहिए//
है अयोध्या पावनी नगरी सनातन धर्म की
जो यहाँ आए सदा सत्कार होना चाहिए//
चाह हो यदि आपको वल्लभ सरीखे राम की
जानकी सा आपका किरदार होना चाहिए//
आचरण अब हर मनुज का हो गया है आसुरी
राम का फिर से यहाँ अवतार होना चाहिए//
त्याग को आतुर जहाँ सब एक दूजे के लिए
देश में श्री राम सा परिवार होना चाहिए//
स्वरचित ✍️✍️
ऋतु अग्रवाल
मेरठ,उत्तर प्रदेश