श्री राम

1
राम खड़ाऊँ

भरत घर लाए

मन हर्षाए

 

2

राज तिलक

हुआ राम का जब

हर्षाए सब

 

3

समुद्र पे पुल

बाँध गए हैं नल

हे राम चल

 

4

सदा तत्पर

परमार्थ करते

राम आतुर

 

5

पंपासुर में

मिले हनुमान से

लगाया गले

 

6

देख देख के

राम की अंगूठी को

रोए जानकी

 

7

राम के नाम

कर दो हर सॉंस

बढे उजास

 

8

सीता अकेली

अशोक वाटिका में

राम की यादें

 

9

मारीच आए

मृग सोने का बन

छले राम को ?

 

10

शत्रुनाशक

धर्म के हैं पालक

नाम श्री राम

 

11

पाप रहित

रावण वध कर

सब संसार

12
अयोध्यावासी

लो बने वनवासी

भटके राम

 

13

युद्ध जीत के

आए अयोध्या राम

जय श्री राम

 

14

सुग्रीव जीता

कर बाली का वध

राम किरपा

 

15

सीता हरण

रावण की थी भूल

मिला वो धूल

 

16

लिखना मरा

मन के दर्पण में

पढ़ना राम

 

17

राम किरपा

ईश बनाए रखे

दास पुकारे

 

18

राम करम

टूटे कभी नहीं जो

राम कसम

19

जनमे राम

अवतार प्रभु के

हर युग में

 

20

राम की पीड़ा

बस राम ही जाने

हम अंजाने

 

21

केवट रोए

आँसुओं से राम के

चरण धोए

 

22

नदी के पार

सरयू भी रोई थी

राम उतार

 

23

राम का नाम

बस लिखता रहूँ

पढता रहूँ

 

24

सबके राम

हृदय हृदय में

बसते राम

इंदुकांत आंगिरस
9900297891