मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम।

कविता – मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम।

 

हमारे प्रभु श्री राम, उदार मन वाले राजा,
पुराण इनकी कथा का गुणगान कर सहज बने।
आप ही ज्ञान का स्रोत, प्रकट किया सत्य रहस्य,
सत्याग्रह का प्रतीक, मर्यादापुरुषोत्तम सम्मान।

अयोध्या के राजा, सीता के पति, लक्ष्मण के भाई,
सामर्थ्य, धैर्य, सब्र का प्रतीक, कर्म का प्रतीक,
रावण के सैन्य से लड़कर, सीता को छुड़ाया,
कल्याण संकल्प की प्रेरणा है आपकी मीत।

साधु-संतों का आधार, भक्तों का संप्रदाय,
वनवासीयों के स्वामी, त्याग और दया का मार्ग।
शबरी के लिए आपकी कृपा अपार, संसार सागर समान,
ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर त्रिमूर्ति का रूप आप हो श्री राम।

रघुकुल राजसिंह, भूमंडल के राजा हमारे,
पुरुषोत्तम, नित्य सत्य के अंश, आराध्य परमेश्वर।
हे प्रभु श्री राम, हम आपको नमन करते हैं,
आपकी भक्ति में मंगल गान करते हैं।

आपके चरणों में हम सबका कल्याण है,
करुणा का सागर, भगवत्प्रेम का धार बना।
हमारे प्रभु श्री राम, आप हमारी रक्षा करो,
आशीर्वाद दो हमें सदैव आपकी शरण में हम रहें॥


कवि – अनुराग उपाध्याय।