विधा – भजन

हमको बना दो सेवक किसी काम के लिए।
शबरी बना दो हमको श्री राम के लिए।।

तुलसी कभी सूर की आंखों के जाल में,
तुलसी कभी सूर की आंखों के जाल में ।
करते नहीं भेद हम राघव-गोपाल में,
करते नहीं भेद हम राघव-गोपाल में।
रख लो प्रभु चरणों में अपने
रख लो प्रभु चरणों में अपने आराम के लिए ।।

सच्चा हनुमान था तो हम भी तो भक्त हैं ,
सच्चा हनुमान था तो हम भी तो भक्त हैं।
टीका तेरे नाम का अपना ये रक्त है,
टीका तेरे नाम का अपना ये रक्त है।
मर्यादा सिखाओ हमको
मर्यादा सिखाओ हमको उस धाम के लिए।।

तुम जो चलो साथ उज्ज्वल जीवन का रास्ता,
तुम जो चलो साथ उज्ज्वल जीवन का रास्ता ।
डग-डग नाप लें अकेले ऐसी है आस्था,
डग-डग नाप लें अकेले ऐसी है आस्था।
थक जाएं तो धुन राम गाएं
थक जाएं तो धुन राम गाएं विश्राम के लिए।।

हमको बना दो सेवक किसी काम के लिए।
शबरी बना दो हमको श्री राम के लिए ।

मोहित आनन्द

ईमेल – mohitanand00786@gmail.com
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