जय श्रीराम जय श्रीराम
जयश्रीराम राम जय श्रीराम
राम नाम की महिमा बजरंग चौबीस घंटे गाते ।
राम का नाम बड़ा राम से दुनियाँ को दिखलाते ।
राम का नाम जपा करे बजरंग निशदिन आठो याम ‘ ।
राम नाम लिखे पत्थर से सागर मे सेतु बनाते ।
रोम रोम में राम समाये सीना चीर दिखाते ।
हृदय बना बजरंग का देखो राम सिया का धाम ।
खुश होकर माता सीता ने मोतियों की माला दी ।
राम के नाम बिना कोई वस्तु बजरंग को न भाती ।
तोड़ दिया बजरंग ने यह कहकर इससे मुझे क्या काम ।
जय श्रीराम जय श्रीराम
जय श्रीराम रामजय श्रीराम
आशा झा
दुर्ग छतीसगढ़