राम
अयोध्या के राजा के घर श्रीराम का जन्म हुआ।
भरत भूमि पर सूर्यवंश का नया सूर्य उदय हुआ।।
चारों भाई भरत, शत्रुघ्न, लक्ष्मण में वह जेष्ठ थे।
सूर्यवंश के दशरथ कुल में वह सभी से श्रेष्ठ थे।।
रहे सभी प्रजा के प्रिय रघुकुल की मर्यादा राखी।
रघुकुल का मान बढ़ाया लंका तक धरती कांपी।।
राम जन्म से रघुकुल में शांत सब का हृदय हुआ।
भरत भूमि पर सूर्यवंश का नया सूर्य उदय हुआ।।
राजतिलक का त्याग कर पत्नी सहित हुए बैरागी।
महलो का सुख त्यागा व बलिदान की गठरी टांगी।।
कर्तव्यों का चलन क्या रहे तुमने सबको समझाया।
शबरी के जूठे बेर खाकर तुमने प्रेम को बतलाया।।
राम जन्म से सूर्यवंश फिर से ही तो अजय हुआ।
भरत भूमि पर सूर्यवंश का नया सूर्य उदय हुआ।।
नाम – विक्रांत चम्बली
पता – ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
ईमेल पता – ndlodhi2@yahoo.com
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